Sunday 26 June 2011
Wednesday 22 June 2011
Tuesday 21 June 2011
पंखों में ढाल लिया है...............
जीवन
सांसों से ही नहीं, सपनों से भी चलता है
सपना
आँखों में ही नहीं, हृदय में भी पलता है
मैंने पाला है
सपनों को
ऐसे
जैसे
कोई हंस पाल लिया है
यानी
उड़ान के लिए
पंखों में ढाल लिया है
- पूजा भक्कड़
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